June 10, 2025
History-of-Computers-Abacus-to-UNIVAC

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🖥️ कंप्यूटर का इतिहास: Abacus से UNIVAC तक – शुरुआत कहां से हुई?

आज हम सुपरकंप्यूटर, AI, और Quantum Computing की दुनिया में जी रहे हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि पहला कंप्यूटर बस कुछ लकड़ी की गोटियों से बना था? 😲

अबेकस (Abacus) से लेकर UNIVAC तक, कंप्यूटर ने कैसे हजारों सालों में बदलाव देखा, और कैसे यह एक साधारण कैलकुलेटर से आज की एडवांस मशीन में बदला? 💡 इस पोस्ट में हम कंप्यूटर के जन्म और शुरुआती दौर की पूरी कहानी जानेंगे! 

तो चलिए टाइम मशीन में बैठकर चलते हैं अतीत की ओर! ⏳😃

History of Computers: Abacus to UNIVAC (Evolution Explained)

🏛️ कंप्यूटर का जन्म और शुरुआती दौर

दोस्तों, ये बात उस दौर की है जब “कंप्यूटर” नाम की कोई चीज़ असलियत में नहीं थी। जिस मशीन पर आज हम Google सर्च करते हैं, गेम खेलते हैं, और ऑफिस का काम निपटाते हैं – उसकी शुरुआत एक सरल गणना करने वाली डिवाइस से हुई थी।

wide-angle scene showing the dawn of computing history. The room is dimly lit by oil lamps, with wooden desks and parchment scrolls scattered around. In one corner, a scholar uses an ancient abacus; nearby, another figure sketches early mechanical computer concepts on a chalkboard. In the background, ghostly, semi-transparent overlays of future inventions—Pascaline, ENIAC, UNIVAC—hover like visions.

💡 सोचो, अगर कैलकुलेटर भी न हो, तो जोड़-घटाना करने में कितना टाइम लगता? ठीक इसी समस्या को हल करने के लिए इंसानों ने अलग-अलग कैलकुलेशन मशीनें बनाईं। यही सफर धीरे-धीरे कंप्यूटर की ओर बढ़ा।

1️⃣ अबेकस (Abacus) – दुनिया का पहला कैलकुलेशन डिवाइस

What is Abacus? | अबेकस क्या है?

What is Abacus (Ancient Calculation Scene)

Abacus kya hai ?
World’s first calculation device :
अबेकस को “दुनिया का पहला गणना करने वाला यंत्र” माना जाता है। इसका आविष्कार प्राचीन बेबीलोन (Babilon) में हुआ था, और इसे बाद में चीन, ग्रीस, जापान और भारत में भी अपनाया गया। इस लकड़ी के फ्रेम में गिनती करने के लिए गोटियाँ (Beads) लगी होती थीं, जिन्हें ऊपर-नीचे करके कैलकुलेशन की जाती थी।

📌 अबेकस क्यों खास था?

  • यह दुनिया का पहला कैलकुलेशन डिवाइस था।
  • यह जोड़, घटाव, गुणा और भाग करने में मदद करता था।
  • आज भी कई देशों में बच्चों को गणित सिखाने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।

💡 क्या आप जानते हैं?
आज के मॉडर्न कंप्यूटर की तरह, अबेकस भी डेटा प्रोसेसिंग का एक तरीका था! फर्क बस इतना था कि ये मैनुअल था और आज के कंप्यूटर ऑटोमैटिक

What is Pascaline | पास्कलाइन क्या है?

Pascaline The First Mechanical Calculator
Pascaline The First Mechanical Calculator

Pascaline Kya hai?
1642 में ब्लेज़ पास्कल ने Pascaline नाम की डिवाइस बनाई, जो पहली ऑटोमैटिक कैलकुलेटिंग मशीन मानी जाती है। यह जोड़ने और घटाने के लिए गियर और व्हील्स का इस्तेमाल करती थी। 🎯

👉 Pascaline खास क्यों थी?
यह पहला ऐसा कैलकुलेटर था जो मैकेनिकल रूप से गणना कर सकता था, यानी हाथ से गिनने की जरूरत नहीं! इसे खासकर TAX कलेक्शन में मदद के लिए बनाया गया था।

🧐 रोचक तथ्य:

पास्कलाइन के बाद ही आगे चलकर चार्ल्स बैबेज ने विश्लेषणात्मक इंजन (Analytical Engine) का विचार प्रस्तुत किया, जिसे आधुनिक कंप्यूटर (Modern Computer) का पूर्वज माना जाता है।

First automatic computer :

1822 में चार्ल्स बैबेज ने Difference Engine डिज़ाइन किया – एक मैकेनिकल कैलकुलेटर जो बड़ी गणनाएँ बिना गलती करता था। लेकिन असली क्रांति 1837 में आई, जब उन्होंने Analytical Engine का कॉन्सेप्ट दिया – जो पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर था!

Difference Engine & Analytical Engine


What is Difference Engine? | डिफरेंस इंजन क्या है?

चार्ल्स बैबेज द्वारा 1822 में डिज़ाइन किया गया डिफरेंस इंजन एक मैकेनिकल कैलकुलेटर था, जिसे बड़ी गणनाओं को स्वचालित और त्रुटि-मुक्त बनाने के लिए बनाया गया था।

🧐 रोचक तथ्य:

हालांकि, संसाधनों और फंडिंग की कमी के कारण बैबेज इसे पूरा नहीं कर पाए, लेकिन उनके डिज़ाइन को आगे बढ़ाते हुए, 1991 में वैज्ञानिकों ने इसे उनकी मूल योजना के अनुसार बनाकर सफलतापूर्वक चलाया!


What is Analytical Engine? | एनालिटिकल इंजन क्या है?

चार्ल्स बैबेज द्वारा 1837 में डिजाइन किया गया एनालिटिकल इंजन पहला General-Purpose Computer था, जिसमें अंकगणितीय लॉजिक यूनिट (ALU), कंट्रोल फ्लो, और मेमोरी जैसी सुविधाएँ थीं। इसे पहली प्रोग्रामेबल मशीन भी माना जाता है।

🧐 रोचक तथ्य:

लेडी एडा लॉवलेस (Ada Lovelace) ने इस मशीन के लिए पहला एल्गोरिदम लिखा था, इसलिए उन्हें दुनिया की पहली प्रोग्रामर कहा जाता है! 👩‍💻

जब डेटा ज्यादा हो और कैलकुलेशन स्लो? 🤯 यही समस्या 1890 की U.S. Census में आई, जहाँ जनसंख्या गिनती करने में 8 साल लग जाते! तभी Herman Hollerith ने Census Tabulator बनाया – एक Electromechanical Punch Card Machine, जिसने ये काम केवल 1 साल में कर दिया! 


What is Census Tabulator? | सेंसस टेबुलेटर क्या था?

Census Tabulator (1890) The First Electromechanical Computer

Census Tabulator पहला इलेक्ट्रोमैकेनिकल डेटा प्रोसेसिंग सिस्टम था, जो पंच कार्ड (Punch Cards) का उपयोग करके डेटा स्टोर और प्रोसेस करता था। इसे IBM (International Business Machines) की नींव भी माना जाता है, क्योंकि बाद में Hollerith की कंपनी ही IBM बनी! 😲

👉 यह क्यों खास था?

डेटा प्रोसेसिंग का पहला बड़ा कदम, जिससे आधुनिक कंप्यूटिंग का रास्ता बना।
पंच कार्ड टेक्नोलॉजी का जन्म, जिसने 20वीं सदी के कंप्यूटर्स की नींव रखी।
IBM जैसी टेक कंपनियों की शुरुआत इसी टेक्नोलॉजी से हुई!

Census Tabulator ने दिखा दिया कि कैसे मशीनें डेटा प्रोसेसिंग को तेज और आसान बना सकती हैं, और इसी से कंप्यूटर का आधुनिक युग शुरू हुआ! 💡

जब कैलकुलेशन की दुनिया में Electromechanical Computers आए, तब Harvard Mark I ने इतिहास रच दिया! 
IBM और Harvard University ने मिलकर इसे बनाया, और इसे Howard Aiken ने डिज़ाइन किया था। यह पहला ऑटोमेटिक कंप्यूटर था, जो पंच कार्ड्स से चलता था और Addition सिर्फ 0.3 सेकंड में कर सकता था! 😲


What is Mark I? | मार्क I क्या था?

Mark I (1944) The First Fully Automatic Computer

Mark I – पहला पूरी तरह से ऑटोमेटिक डिजिटल कंप्यूटर था, जो लगभग 50 फीट लंबा और 5 टन भारी था! इसमें लाखों स्विच, रिले और तार थे, जिससे यह गणनाएँ करता था।

Mark I क्यों खास था?

✅ यह पहला कंप्यूटर था जिसने ऑटोमेटिक गणनाएँ कीं।
द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के दौरान, अमेरिकी सेना ने इसे नौसेना की गणनाओं में इस्तेमाल किया।
✅ इसने IBM के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कंप्यूटर विज्ञान में नई क्रांति लाई।

ABC Computer (1942) – पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर! –

1930 के दशक के अंत तक, कैलकुलेशन मशीनें काफी उन्नत हो चुकी थीं, लेकिन Vacuum Tubes की तकनीक से कंप्यूटर एक नई क्रांति की ओर बढ़ रहा था। ठीक इसी समय, एक नए तरह की गणना मशीन पर काम शुरू हुआ, जिसने कंप्यूटर इतिहास में मील का पत्थर रखा!

👉 कहानी शुरू होती है Iowa State University से, जहां John Atanasoff और Clifford Berry ने मिलकर एक ऐसी मशीन बनाई, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और बाइनरी सिस्टम का उपयोग करती थी। यही था – Atanasoff-Berry Computer (ABC)!

ABC Computer

What is ABC Computer? | ABC Computer क्या था?

ABC कंप्यूटर पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था, लेकिन इसमें मेमोरी या प्रोग्राम स्टोरेज की सुविधा नहीं थी। इसे खासतौर पर Linear Equations हल करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

📌ABC कंप्यूटर क्यों खास था?

✅ यह पहला कंप्यूटर था, जिसने Binary System (0s और 1s) का इस्तेमाल किया।
✅ इसमें पहली बार Punch Cards की जगह Electronic Switching का उपयोग किया गया, जिससे यह तेज़ बना!
✅ हालांकि यह प्रोग्रामेबल नहीं था, लेकिन इसकी तकनीक ने ENIAC और आगे के डिजिटल कंप्यूटरों की नींव रखी।

ABC का प्रभाव

🔹 यह पहला कंप्यूटर था, जिसमें Vacuum Tubes का उपयोग हुआ।
🔹 इसी तकनीक को ENIAC और आज के डिजिटल कंप्यूटरों में अपनाया गया।
🔹 John Atanasoff को “Father of the Digital Computer” भी कहा जाता है।

What is ENIAC? | एनिएक क्या है ?

What is ENIAC

1946 में दुनिया ने पहली बार ENIAC (इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर) को देखा, जिसने कंप्यूटर युग की नई शुरुआत की! इसे जॉन प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौक्ली ने पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में विकसित किया था। यह इतना बड़ा था कि एक पूरा कमरा घेर लेता था! 🏢

📌 ENIAC की खास बातें:

✅ यह पहला पूरी तरह प्रोग्राम करने योग्य डिजिटल कंप्यूटर था।
✅ इसमें 18,000 वैक्यूम ट्यूब्स लगी थीं, जिससे यह उस समय का सबसे तेज़ कंप्यूटर बना।
✅ यह सेकंड्स में गणनाएं कर सकता था, जबकि इंसानों को इसमें दिन लग जाते!
✅ इसे मुख्य रूप से अमेरिकी सेना (यूएस आर्मी) ने तोपों की फायरिंग कैलकुलेशन के लिए फंड किया था।

🎯 ENIAC का प्रभाव

🔹 ENIAC ने यह साबित कर दिया कि कंप्यूटर व्यापार और वैज्ञानिक गणनाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं।
🔹 इसकी सफलता के बाद आधुनिक कंप्यूटर विकास (Modern Computer Evolution) की रफ्तार तेज हो गई और ट्रांजिस्टर कंप्यूटर, UNIVAC, और माइक्रोप्रोसेसर का दौर शुरू हुआ।

What is UNIVAC? | यूनीवैक क्या है?

What is UNIVAC

UNIVAC kya hai?
1951 में कंप्यूटर की दुनिया में UNIVAC I (यूनिवर्सल ऑटोमैटिक कंप्यूटर) ने एंट्री ली! यह पहला व्यावसायिक (Commercial) कंप्यूटर था, जिसे व्यवसाय और सरकारी संगठनों के लिए बनाया गया था। इसे जॉन प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौक्ली (जिन्होंने ENIAC बनाया था) ने विकसित किया।

📌 UNIVAC I की खास बातें:

✅ यह पहला कंप्यूटर था, जिसे व्यापारिक डेटा प्रोसेसिंग के लिए डिज़ाइन किया गया।
✅ इसमें मैग्नेटिक टेप स्टोरेज का इस्तेमाल किया गया, जिससे डेटा को संग्रहीत और पुनः प्राप्त करना आसान हुआ।
✅ यह वैक्यूम ट्यूब्स पर आधारित था और लगभग 5,000 गणनाएँ प्रति सेकंड कर सकता था!
1952 में UNIVAC ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का सटीक अनुमान लगाकर सभी को चौंका दिया! 🎯

🎯 UNIVAC का प्रभाव

🔹 UNIVAC ने दिखाया कि कंप्यूटर सिर्फ वैज्ञानिक गणनाओं के लिए नहीं, बल्कि व्यापार और व्यावसायिक उपयोगों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण हैं।
🔹 इसके बाद IBM, Remington Rand जैसी कंपनियों ने भी कंप्यूटर इंडस्ट्री में कदम रखा और कंप्यूटर क्रांति (Computing Revolution) की शुरुआत हो गई!

Conclusion – कंप्यूटर की कहानी अभी बाकी है!

Doston, इस पोस्ट में हमने History of Computers: Abacus to UNIVAC तक की कहानी जानी। कैसे Abacus, Pascaline, Analytical Engine से होते हुए Vacuum Tube Computers तक सफर पहुंचा। लेकिन असली बदलाव तब आया जब 1950s के अंत में Transistor Computers ने एंट्री मारी! 🎯

Vacuum Tubes की जगह Transistors ने कंप्यूटर को छोटा, तेज़ और ज्यादा reliable बना दिया।
✅ पहली बार Low Power Consumption और कम Heat Generation वाला सिस्टम आया।
IBM 1401, PDP-1 जैसे कंप्यूटर इसी टेक्नोलॉजी पर बने, जिससे Modern Computing की नींव रखी गई।

💡 तो क्या कंप्यूटर की कहानी यहीं खत्म हो गई?
बिल्कुल नहीं! असली धमाका तो Microprocessor Revolution के साथ हुआ, जिसने Computers को हर घर तक पहुंचा दिया!

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👉 Stay tuned for Part 2, जहां हम जानेंगे कि Microprocessors, AI और Quantum Computing ने कैसे दुनिया बदल दी! 😍

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