December 22, 2024
What is Table of Content

TOC Kya Hai? Blogging Mein सही इस्तेमाल से SEO और Engagement कैसे बढ़ाएं

नमस्कार दोस्तों! 😎 क्या आपने कभी सोचा है कि एक blog का “Table of Content” (TOC) आपके blog की पहचान और उसे पढ़ने के experience को कैसे बदल सकता है? जब हम blogging के बारे में सोचते हैं, तो ज्यादातर दिमाग में बस लिखने और कंटेंट शेयर करने का ख्याल आता है। लेकिन क्या आपको पता है कि सही तरीके से बना हुआ Table of Content आपके blog को successful बनाने के लिए कितना ज़रूरी है?

what is Table of content

असल में, बिना TOC के blog कुछ ऐसा ही है जैसे बिना पानी की मछली 🐟,  TOC आपके blog का roadmap होता है जो आपके readers को सीधा उस topic तक पहुंचाता है जो उनके लिए सबसे ज्यादा valuable है। इससे न सिर्फ उनका interest बना रहता है, बल्कि वो बार-बार आपके blog पर लौटने का भी मन बना लेते हैं। इस blog में हम समझेंगे TOC का importance और blogging में उसका सही इस्तेमाल कैसे करें। तो आइए, शुरू करते हैं इस मजेदार सफर को! 🚀

What is Table of Content in Hindi

Table of Content क्या है? :

what is Table of Content

Table of Content, जिसे हम short में TOC कहते हैं, एक तरह का map है जो आपके blog या document के सारे sections और subsections को दिखाता है। इससे readers को एक quick overview मिल जाता है कि उन्हें इस content में क्या-क्या पढ़ने को मिलने वाला है।

पहले TOC का use बस books और academic papers में किया जाता था, लेकिन अब digital दुनिया में भी इसका जलवा है। Blogs, websites, eBooks, और digital documents में भी TOC का जमकर इस्तेमाल होता है।

TOC का असली मकसद ये होता है कि reader को content की पूरी बनावट को समझने में help मिले और उन्हें जल्द से जल्द relevant information तक पहुंचाया जा सके। साथ ही, ये content creators के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि इससे वो अपने content को बेहतर तरीके से organize कर पाते हैं और readers को एक user-friendly experience देते हैं।

What is the use of table of contents

अब जरा short में समझ लेते हैं कि TOC का इस्तेमाल किन-किन जगहों पर होता है।

Know the person's interests and principles.

किताबों में TOC शुरू के pages में होता है, जिससे readers को पता चलता है कि कौन-सा topic किस पेज पर मिलेगा। इससे किताब का पूरा structure साफ हो जाता है और readers आसानी से अपनी पसंद के section पर पहुंच सकते हैं।

Websites में भी TOC का use navigation को improve करने के लिए किया जाता है। इससे visitors को website के different sections को access करने में आसानी होती है, खासकर बड़ी websites में, जहां multiple pages और content होते हैं।

ONE BLOG post example
Blog post example

Digital books यानी eBooks में भी TOC का use बहुत common है। इससे readers को पता चलता है कि eBook में कौन-कौन से topics cover किए गए हैं और किस page पर कौन-सा topic मिलेगा। यह navigation को आसान और user-friendly बनाता है।

BOOKS

डिजिटल बुक्स या eBooks में भी TOC का use काफी common है जिससे readers को बुक का स्ट्रक्चर समझने में मदद मिलती है, और ईबुक में कौन-कौन से टॉपिक को cover किया गया है और किस पेज पर कौन-सा टॉपिक मिलेगा,  TOC की मदद से users ये सब आसानी से देख पातें है।

Table of content

Academic papers, research documents, और reports में भी TOC एक must-have tool है। इससे scholars और readers quickly refer कर सकते हैं कि कौन-सा section कहां मिलेगा, जिससे उनका समय बचता है और research streamlined होती है।

TOC लगभग हर जगह important है जहां content बड़ा हो और structured हो, क्योंकि यह readers के लिए content को access करने का एक organized और efficient तरीका provide करता है।

Blogging में Table of Content महत्वपूर्ण क्यों है? :

Table of contents in blogging website- 

जैसे कि हमने शुरुआत में चर्चा की थी, TOC सिर्फ एक लिस्ट नहीं है, बल्कि आपके blog or Article का ‘GPS’ है! अब आइए देखते हैं कि Blogging में TOC इतना जरूरी क्यों है:

Blogging mein toc important kuon hai

TABLE OF CONTENT VIEW IN BLOG
TOC

TOC आपके readers को कंटेंट में आसानी से घूमने में मदद करता है। कोई specific topic ढूंढ रहे हों या पूरी पोस्ट का overview देखना हो, TOC उन्हें सीधा उस section तक ले जाता है।

discussion with children

लंबी posts कभी-कभी readers को बोर कर सकती हैं, लेकिन TOC के साथ वे अपने मनपसंद section पर तुरंत पहुंच सकते हैं। इससे न सिर्फ उनका interest बना रहता है, बल्कि वे पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए motivated भी रहते हैं।

How long did it take to become successful in YouTube and blogging

TOC readers को सीधा उस information तक पहुंचा देता है, जिसकी उन्हें तलाश होती है। इससे उनका समय बचता है और यूजर एक्सपीरियंस बेहतर होता है, जिससे वे बार-बार आपके blog पर लौटकर आ सकते हैं।

Search engine
Search engine Optimization

TOC सिर्फ readers के लिए नहीं, बल्कि search engines के लिए भी मददगार है। यह आपके blog को structured बनाता है, जिससे सर्च इंजन आपकी पोस्ट को बेहतर ढंग से समझते हैं और ranking में भी फायदा हो सकता है।

A boy working in laptop with pahadi nauture

एक organized TOC आपके blog को प्रोफेशनल टच देता है। इससे readers को लगता है कि आप अपने कंटेंट को seriously और systematically पेश कर रहे हैं, जो उनके भरोसे को भी बढ़ाता है।

इन सभी कारणों की वजह से TOC ब्लॉगिंग में एक अहम tool बन जाता है, जो न सिर्फ readers को engaged रखता है बल्कि आपके blog को एक प्रोफेशनल और user-friendly टच भी देता है।

Table of contents used in blogging website

Blogging में Table of Content (TOC) का सही इस्तेमाल :

अब हम जानेंगे की TOC का इस्तेमाल किस तरह के blogs में करना चाहिए :-

लंबी post या आर्टिकल में TOC का इस्तेमाल करना बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर अगर पोस्ट में कई sections या subsections है। इससे रीडर को कंटेंट के स्ट्रक्चर को समझने में मदद मिलती है और वे अपने इंटरेस्ट के अनुसार relevant सेक्शंस पर भी जा सकते हैं।

Tutorials AND Guides with TOC

Tutorials, how-to guides, या step-by-step इंस्ट्रक्शन वाले पोस्ट में TOC की जरूरत होती है, जिससे रीडर को हर step तक पहुंचने में आसानी होती है।

Table of content of tech

आपको बता दे की Technical या Technology वाली पोस्ट में भी TOC का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे रीडर को कंपलेक्स टॉपिक को समझने में मदद मिल सके।

In Article group workशिक्षा या शिक्षण से रिलेटेड पोस्ट में भी TOC का इस्तेमाल होता है, जिससे रीडर को कंटेंट के सारे concepts को समझने में आसानी होती है।

Table of content

Academic articles या रिसर्च पेपर्स में भी TOC का इस्तेमाल होता है, जिससे रीडर को रिसर्च पेपर के sections को समझने में मदद मिलती है।

किस situation में TOC का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए :

अब हम आपको बताने जा रहे हैं की टेबल ऑफ कंटेंट का इस्तेमाल किन-किन स्थितियों में नहीं करना चाहिए।-

ONE BLOG post example
Blog post example

छोटे posts या articles में TOC का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि वह आमतौर पर एक ही पेज पर समाप्त हो जाते हैं और readers को navigate करने की जरूरत ही नहीं होती।

A boy watching in laptop with tea of cup

अगर आप blog पर्सनल एक्सपीरियंस, डेली अपडेट्स या personal opinions पर based है, तो TOC इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि ऐसे blogs में कंटेंट क्लियर होता है और sections या subsections का ज्यादा इस्तेमाल भी नहीं होता।

NOTE:-  आम-तौर पर टेबल ऑफ़ कंटेंट को post के शुरुआत या कंटेंट के बीच में रखा जाता है ताकि readers उसे आसानी से locate कर सकें और उनका interest भी बना रहे।

Advantages and Disadvantages of Table of Contents:

Table of content के फायदे व नुकसान :

How to start Blogging

अब आपको पता ही होगा कि किसी चीज के फायदे होते हैं तो उसके नुकसान भी होते हैं। तो TOC के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं चलिए short में जाने की कोशिश करते हैं।–

  1. TOC का इस्तेमाल करके readers कंटेंट को आसानी से नेविगेट कर सकते हैं जिससे वह अपने पसंदीदा sections तक जल्दी पहुंच सकते हैं।
  2. एक अच्छे TOC के साथ कंटेंट के स्ट्रक्चर को समझ में मदद मिलती है जो readers का इंटरेस्ट बनाए रखने में मदद करता है और उन्हें पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए प्रेरित भी करता है।
  3. TOC के सही इस्तेमाल से आप अपने कंटेंट को organize कर सकते हैं जो सर्च इंजन के लिए समझने में आसान होता है और यह आपकी पोस्ट को बेहतर रैंक करने में मदद करेगा।
  4. रीडर को TOC उस के माध्यम से खोजी जाने वाली इनफॉरमेशन तक से पहुंचने में मदद मिलती है जिससे उनका time बचता है और उनका user-experience बेहतर होता है।
  1. कभी-कभी TOC के बिना भी कंटेंट काफी अच्छा लगता है और अगर TOC ज्यादा लंबा हो या sections होने पर यह readers के डिस्ट्रक्शन का खतरा हो सकता है, हो सकता है वह आपका कंटेंट बीच में छोड़कर भाग जाए।
  2. अगर TOC में बहुत सारे sections होते हैं तो यह पेज का लोडिंग टाइम बढ़ा सकता है जिससे यूजर-एक्सपीरियंस पर प्रभाव पड़ सकता है।
  3. कई बार TOC डेक्सटॉप वर्जन पर तो अच्छा दिखता है लेकिन मोबाइल वर्जन पर ठीक से नहीं दिखता जो mobile users मोबाइल यूजर्स को दिक्कत हो सकती है।
  4. अगर हर पोस्ट में TOC का इस्तेमाल किया जाता है तो यह readers को समझने में आसानी देने की बजाय उन्हें परेशानी भी दे सकता है और उनका interest भी काम हो सकता है। तो जहां पर आपको लगता है कि TOC की जरूरत नहीं है वहां पर जबरदस्ती ना करें। हर जगह जबरदस्ती अच्छी नहीं होती!

How to add table of contents in WordPress blog post

TOC को blog या Article में add कैसे करें :

अब जैसे कि आप ब्लॉगिंग करते हैं तो आपको TOC add करना तो आता ही होगा, लेकिन जो नए हैं और जिन्हें ज्यादा पता नहीं है वे लोग ध्यान से समझे की TOC को कैसे अपने blog या website में add करना है।

Table of Content in WordPress

Blogging प्लेटफॉर्म जैसे कि WordPress में TOC को add करने के लिए कई सारे plugins या widgets मौजूद हैं इन plugins को install करके आप आसानी से TOC को अपने posts या आर्टिकल्स में integrate कर सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ plugin को इंस्टॉल करना होगा और अपने प्रेफरेंस के अनुसार customize करना पड़ेगा।

अगर आप टेक्निकल है और HTML/CSS coding में comfortable भी हैं तो आप खुद से TOC create कर सकते हैं इसके लिए आपको HTML मार्कअप लैंग्वेज का इस्तेमाल करके, TOC को create करना होगा और फिर CSS का इस्तेमाल करके उसकी डिजाइन करना होगा।

NOTE :
TOC को add करते वक्त एक चीज का हमेशा ध्यान रखें की वह रेस्पॉन्सिव हो मतलब कि वह आपके मोबाइल डिवाइस पर भी सही ढंग से दिखाई दे इसके लिए आपको CSS का इस्तेमाल करके TOC को mobile-friendly बनाने की जरूरत है, जिससे आपके readers को आसानी हो, TOC का इस्तेमाल करने में।

हमने इस blog में TOC के महत्व और इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी है। TOC के सही इस्तेमाल से readers को कंटेंट को समझने और नेविगेट करने में मदद मिलती है। इसके अलावा हमने बताया है कि कैसे TOC को अपने ब्लॉग या आर्टिकल में add किया जा सकता है और इसको कैसे सही ढंग से डिजाइन किया जा सकता है।

A girl writing with nature place

हम आशा करते हैं कि आपको यह blog पसंद आया होगा और आपने इससे कुछ नया सीखा होगा। अगर आपको हमारे blog या किसी और विषय पर और जानकारी चाहिए हमारे साथ जुड़े रहें, आपके feedback का हमें इंतजार रहेगा comment करना ना भूले।

फिर मिलेंगे एक नए और interesting topic के साथ!

Top Trending FAQs for - Table of Content (TOC) :

TOC आपके ब्लॉग को user-friendly बनाता है। इससे readers जल्दी से relevant sections तक पहुंच सकते हैं और content बेहतर organized लगता है। SEO में भी इसका फायदा होता है, क्योंकि TOC आपकी post को search engines के लिए समझने में आसान बना देता है।

अगर आपका ब्लॉग छोटा है और readers को आसानी से समझ आ जाता है, तो TOC की ज़रूरत नहीं है। लेकिन अगर post लंबी है या multiple headings हैं, तो TOC जरूर add करना चाहिए ताकि users को sections ढूंढने में आसानी हो।

TOC न सिर्फ navigation आसान बनाता है बल्कि SEO में भी मदद करता है। Search engines structured content को बेहतर समझते हैं, और TOC से आपकी post का layout clear हो जाता है, जिससे ranking improve हो सकती है।

हां, TOC से bounce rate कम हो सकता है। जब readers को आसानी से जानकारी मिलती है, तो वो page छोड़ने के बजाय specific sections को explore करते रहते हैं, जिससे engagement बढ़ता है और bounce rate घटता है।

बिलकुल! अगर आप manual control चाहते हैं, तो आप HTML या CSS की basic जानकारी से TOC manually add कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इसे आसान बनाना चाहते हैं, तो WordPress में plugins के ज़रिए भी TOC add किया जा सकता है।


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