July 18, 2025
What is ENIAC

1946 की वो मशीन जिसने दुनिया बदल दी – जानिए ENIAC के बारे में!

कल्पना कीजिए…
एक ऐसी मशीन… जो हजारों गणनाएँ एक झटके में कर दे,
जिसमें ना कोई mechanical रुकावट हो, ना ही इंसानी involvement!
एक बटन दबाओ… और पूरा गणित का खेल चुटकियों में सुलझ जाए! ⚡

A realistic 1940s laboratory scene showcasing the ENIAC computer — a massive wall-sized machine fill

अब दौर था असली इलेक्ट्रॉनिक क्रांति का – और उसकी पहली झलक थी: ENIAC!
👉 ये कोई मामूली मशीन नहीं थी — ENIAC ने साबित कर दिया कि कंप्यूटर सिर्फ एक concept नहीं, बल्कि एक Intelligent Powerhouse भी हो सकता है।

🧠 और यही था वो पल… जब कंप्यूटर, सिर्फ गणना करने वाली मशीन से निकलकर “सोचने” जैसा feel देने लगा।

अब जानिए इस लीजेंड मशीन की कहानी –
ENIAC क्या था, इसे क्यों बनाया गया, और कैसे इसने पूरी computing की दुनिया को हिला दिया?

What was ENIAC? | एनिएक क्या था ?

🖥️ ENIAC क्या था? – पहला Electronic Programmable Computer!

What was ENIAC? | एनिएक क्या था ?

ENIAC का पूरा नाम था Electronic Numerical Integrator and Computer, और यह दुनिया का पहला ऐसा कंप्यूटर था जो पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक और programmable था – यानी इंसानी दिमाग की स्पीड को electronics से match करने की पहली कोशिश!

📍इसका निर्माण 1943 से 1945 के बीच हुआ था, और इसे पहली बार 1946 में दुनिया के सामने लाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य था —
तेज़, भरोसेमंद और भारी-भरकम गणनाएँ करना, खासकर द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान।

👉 इस ऐतिहासिक मशीन को तैयार किया था दो होनहार वैज्ञानिकों ने:
John Presper Eckert और John Mauchly, जिन्होंने इसे University of Pennsylvania में design और develop किया।

💡 और इसे बनाने का मकसद सिर्फ “गणना” नहीं था –
बल्कि युद्ध में artillery यानी तोपों की firing के लिए सटीक tables तैयार करना, जिससे गोले सही दिशा, दूरी और कोण पर दागे जा सकें।

ENIAC का काम करने का तरीका उस समय के हिसाब से किसी जादू से कम नहीं था! इसमें 18,000 से ज़्यादा Vacuum Tubes, 70,000 Resistors, और 5 मिलियन Soldered Joints लगे थे — यानी पूरा एक इंजीनियरिंग का अजूबा! 😮

A vintage 1940s control room showing the ENIAC computer in operation — large wall-sized panels fille

🔌 इसे power देने के लिए लगभग 150 किलोवॉट बिजली लगती थी — मतलब अगर आपके गाँव में बिजली चली जाए, तो शायद ENIAC ही चालू हो! 😅

🧠 ENIAC decimal number system पर काम करता था (ना कि binary पर), और instructions देने के लिए उसे plugboards और switches के ज़रिए manually program किया जाता था।

📤 Output मिलता था – punch cards या printer के ज़रिए। और ये calculations इतनी तेज़ी से करता था कि जो काम इंसानों को कई दिन लगते, वो ENIAC कुछ ही सेकंड्स में निपटा देता!

ABC कंप्यूटर कोई ऐसा वैसा प्रयोग नहीं था, ये तो उस बीज की तरह था जिसने आगे चलकर कंप्यूटर क्रांति को जन्म दिया।

A 1940s-style scientist standing in front of the massive ENIAC computer, eyes wide open in shock and

👉 Vacuum Tubes का पहला प्रयोग:
ABC वो पहला कंप्यूटर था जिसमें वैक्यूम ट्यूब्स का इस्तेमाल हुआ। आगे चलकर यही तकनीक ENIAC और बाकी सभी डिजिटल कंप्यूटर्स में अपनाई गई।

👉 Future Computers का आधार:
हालांकि ABC खुद प्रोग्राम नहीं हो सकता था, लेकिन इसकी structure और logic ने आने वाले कम्प्यूटर्स के लिए blueprint तैयार कर दिया।

👉 John Atanasoff को मिला सम्मान:
बाद में John Atanasoff को “डिजिटल कंप्यूटर का जनक” (Father of the Digital Computer) कहा गया — क्योंकि उनकी सोच और टेक्नोलॉजी ने ही असली Digital Age की शुरुआत की।

👉 एक inspiration बनी कहानी:
ABC का निर्माण भले ही एक single-purpose मशीन के तौर पर हुआ हो, लेकिन इसकी engineering approach ने पूरी दुनिया को ये दिखा दिया कि electronics ही भविष्य है।

🔸 बहुत बड़ा और भारी:
ENIAC कोई लैपटॉप नहीं था 😅 — ये करीब 1,800 वर्ग फीट में फैला हुआ था और 30 टन से भी ज़्यादा वज़न था! मतलब एक छोटा घर उसमें समा सकता था।

A retro 1940s technician or engineer standing next to the massive ENIAC computer, wiping sweat from

🔸 ज़्यादा बिजली खपत:
ENIAC को चलाने के लिए रोज़ाना 150 किलोवाट तक बिजली लगती थी — यानी एक छोटे मोहल्ले जितनी! अक्सर इसके कारण बिजली फ्यूज़ हो जाया करती थी

🔸 Programming थी सिरदर्द:
ENIAC को program करने के लिए wires manually connect करने पड़ते थे और switches सेट करने होते थे — यानी नया प्रोग्राम डालने में घंटों या कई बार दिन भी लग जाते थे

🔸 कोई Internal Memory नहीं थी:
ENIAC में temporary storage था, लेकिन modern sense वाली RAM या Hard Disk जैसी कोई सुविधा नहीं थी — सब कुछ real-time पर होता था।

So now we are ending this post :

ENIAC सिर्फ एक मशीन नहीं था — ये कंप्यूटर युग का पहला बिग बेंग था!
जिसने दुनिया को दिखा दिया कि इंसानी गणनाएँ अब इंसानों के भरोसे नहीं रहेंगी, बल्कि मशीनें भी सोचने लगेंगी (थोड़ा-थोड़ा 😄)।
ENIAC ने जो शुरुआत की, उसी रास्ते पर चलते हुए कंप्यूटिंग ने रफ्तार पकड़ी — और इसी रफ्तार में जन्म हुआ अगली क्रांति का…

अगली पोस्ट में मिलते हैं एक ऐसे कंप्यूटर से जो मार्केट में भी बिकने लगा –
📦 What is UNIVAC? | यूनीवैक क्या है?
1951 में आया UNIVAC I — दुनिया का पहला Commercial कंप्यूटर, जिसने कंप्यूटर को सिर्फ लैब से निकालकर असली दुनिया में उतारा! 🖥️💼

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मिलते हैं अगली पोस्ट में एक नए invention के साथ, जो बदलेगा कंप्यूटर इतिहास की दिशा! 🔍

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